युग कितने प्रकार के होते है ।
दोस्तो इस पूरे संसार मे समय का अपना एक अलग ही महत्तव है । हर चीज समय से ही जुड़ी होती है।
दोस्तो जैसा की हम जानते है की.................
एक साल मे 12 महीने (365 दिन )होते है ।
एक महीने मे 30 दिन होते है ।
एक दिन मे 24 घंटे होते है ।
एक घंटे मे 1440 मिनट होते है ।
उसी प्रकार युगो को भी 4 भागो मे बाटा गया है। और हर युग के 4 चरण होते है जो इस प्रकार है ।
1 सतयुग
2 त्रेतायुग
3 द्वापरयुग
4 कलयुग
सतयुग
इस युग को धरती का स्वर्णिम काल कहा जाता है। इस युग के लोग धर्म पारायण होते थे । और दीर्घ आकृति वाले और दीर्घ आयु वाले होते थे । इस युग मे बैल रूपी धर्म अपने चार पैरो पर खड़ा था ।
सतयुग के अवतार : सतयुग मे भगवान विष्णु के 4 अवतार मत्स्य, कूर्म, वराह और नृसिंह हुए है । सतयुग का कालखंड 1,728,000 बर्सों का था।
त्रेतायुग
इसके बाद शुरू होता है त्रेतायुग जो की दूसरा युग है। इस युग मे बैल रूपी धर्म अपने तीन पैरो पर खड़ा था ।
त्रेतायुग के अवतार : इस युग में भगवान विष्णु के तीन अवतार वामन ,परशुराम और राम प्रकट हुए थे। त्रेतायुग का कालखंड 1,296,000 बर्सों का था।
द्वापरयुग
मानव युग मे इसको तीसरा युग भी कहते है ।इस युग मे बैल रूपी धर्म अपने दो पैरो पर खड़ा था ।इस युग मे पाप ज्यादा हो रहा था ।
द्वापरयुग के अवतार : इस युग मे भगवान विष्णु ने कृष्ण अवतार लिया था । द्वापरयुग का कालखंड 864,000 बर्सों का था।
कलयुग
इस युग को मानव चौथा युग भी कहते है।
कलयुग मे पाप अपनी चरम सीमा भी पार कर लेगा। झूठ और अधर्म का ही बोल बाला रहेगा । न्याय सिर्फ गरीबो के लिए ही रहेगा । भाई भाई को मरेगा । इस युग मे बैल रूपी धर्म अपने एक पैर पर खड़ा होगा।
कलयुग के अवतार : श्रीमदभागवतपूराण के अनुसार जब पाप अपनी चरम सीमा भी पार कर लेगा तब भगवान विष्णु कल्कि अवतार धारण करेगे और पापियो का नाश करेगे। कलयुग का कालखंड 432,000 बर्सों का है।
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